कहानीकार फणीश्वरनाथ रेणु की विशेषता है- किसानी जीवन के गरीब और अवर्ण पात्रें की भीतरी दुनिया दिऽाना। उनकी कहानियां इस जरूरत को पूरा करने वाली सर्जनात्मक कोशिशें हैं। इन कोशिशों की अर्थवत्ता इसलिए विशेष है कि ऐसा हिंदी की बहुत कम कहानियों में हुआ। हालांकि प्रेमचंद के यहां ऐसे पात्र हैं, उन्होंने उनके मनोलोक में भी देऽा है लेकिन जोर उनका बाहरी यथार्थ प....
