कथाकार पल्लवी पाटीदार ने अपनी कहानी में एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है। पति-पत्नी का एक ही पद पर प्रोमोशन होता है, प
पूरा पढ़ेआज के चरम कट्टरपंथी भौतिक युग में स्त्री ने अपने लिए राहें बना ली हैं. राहें मुश्किल सही लेकिन वो जानती है बंजर में
पूरा पढ़ेपाखी का जुलाई 2021 का संपादकीय पढ़ा। समझ में नहीं आया इस सिलबट्टा प्रकरण में स्त्री को जिस सिल और बट्टे को जिस पुरुष का
पूरा पढ़े