16 जून 2020 को जब छोटे भाई गिरीश ने बड़ौदा से फोन पर कुमाऊंनी भाषा के कवि और गायक हीरासिंह राणा के न रहने की खबर दी तो विश्वास नहीं हुआ. वे 14 जून की रात गुजरे. फिर नॉएडा में रह रहे अपने गांव के मित्र और हिंदी अकादमी दिल्ली के पूर्व सचिव डा.हरिसुमन बिष्ट से इस बाबत पूछा. हरिसुमन को भी यह खबर चन्दन डांगीजी से मिली थी. कोरोना के कारण वे उनके अंतिम संस्कार में ही जा पाए थे. राणा जी से कुछ व....
