"पापा "उसने डबडबाई आँखों सेे कहा और गुम हो गयी देह-मंडी में स्थल-जी.बी.रोड दिल्ली समय-रात्रि 8,बीता कल वो सहसा सामने आ
पूरा पढ़ेविज्ञान के अँधेरे में सोने वाली दुनिया भ्रम के उजाले में भटकती है । जीवन के खंडहरों में सिर्फ उजाला नहीं, न ही सिर्फ
पूरा पढ़ेअज्ञात भय से आक्रांत मैं चीखता-चिल्लाता हूँ तो अवचेतन से बाहर खड़ी विरक्ति मुझे अंक में भर लेती है।
पूरा पढ़ेकर्क रोग से लड़ते हुए
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