विनोद अग्निहोत्री

कुरुक्षेत्र चीन एक गुड़ भरा हंसिया न निगलते बने न उगलते

हमारे अवध क्षेत्र की एक मशहूर कहावत है कि गुड़ भरा हंसिया न निगलते बने न उगलते। यानी गुड़ से सना हंसिया मुंह में लेने के बाद गुड़ की मिठास की वजह से हंसिये को उगलने का मन नहीं करता और हंसिये की धार का डर उसे निगलने नहीं देता। भारत के लिए चीन की दोस्ती कुछ इसी तरह की है।चीन का निवेश उसके साथ व्यापारिक आर्थिक रिश्ते भारत को उसके नजदीक लाते हैं लेकिन उसकी सीमा पर की हरकतें और व....

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