फुटपाथ नहीं है सिर्फ
जगह लोगों के चलने की बल्कि यथार्थ है
आलीशान दुनियां से परे
वास्तविक दुनियां का
फुटपाथ सहारा है
उन अनाथ व असहायों का
जो रहते हैं अपरिचित ताउम्र उस स्थान से
जो पहली शर्त है, किसी व्यक्ति की
उस देश का नागरिक होने की
फुटपाथ कब्र है उन उम्मीदों की
जो फुटपाथ पर ही खोलती हैं अपनी आंखें
और फुटपाथ पर ही दौड़....
