25 सितंबर, सन् 2010 की एक यादगार शाम का शीर्षक था, ‘कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है---’ सिर्फ और सिर्फ खय्याम साहब, मय उनकी गायिका पत्नी जगजीत कौर मैश्म की मौजूदगी उस शुद्ध फिल्मी कार्यक्रम को एक सूफियाना ओज और कलेवर दिये हुई थी। राजीव शुक्ला, कमानी ऑडिटोरियम, नई दिल्ली में आयोजित उस सुरीले, सुमधुर समारोह का संचालन कर रहे थे। तमाम नई प्रतिभाएं मंच पर छायी हुईं थीं। जोर शोर स....
