कौम जो गंदा करती खून अपना खून ते नाता तोड़ बार-बार जद्दोजहद में ताबड़तोड़ करती एक ही पैमाना नापने का/जिसकी इबारते
पूरा पढ़ेतुमने तो यह रूप धरा था अपने साथ हुए तिरस्कार के प्रतिशोध के लिए और पूर्ण पुरुष न होते हुए भी इतिहास में कर दिया था अ
पूरा पढ़ेराक्षसी लिप्सा की शिकार, घर्षण का वीभत्स चेहरा हड़प लेता है उसका सम्मान
पूरा पढ़ेगली के खंभों पर लटके जुगनू थकर कर ऊंघने लगते हैं, मेरे दुःख तब भी जागते हैं/चांद की पलकें भारी होकर/ सौ-सौ मन की नींद ल
पूरा पढ़ेलबरेज जिंदगी से जहां उसका जिस्म नोंचने आते हैं कुछ हैवान, वह अक्सर आसमान में फैले सितारों को देखती है
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