जाति के नाम पर अन्याय व भेदभाव करना जातिवाद है अथवा जाति के नाम पर होने वाले अन्याय व भेदभाव का विरोध करना जातिवाद है? इस प्रश्न का ईमानदार उत्तर खोज सकें तो शायद हम न्याय के साथ खड़े हो सकें। यह प्रश्न मैं इसलिए उठा रहा हूं कि सामाजिक न्याय की आवाज उठाने वालों पर जातिवादी होने का लांछन लगाना आजकल इस देश में फैशन हो ....
