शिरोमणि महतो

नदी

नदी
मेरी मां मेरे सर पर
हाथ रखती है
और एक नदी
छलछलाने लगती
-मेरे ऊपर

मेरी बहन कलाई में
राखी बांधती
और एक नदी
उडेल देती सारा जल
मुझ पर

मेरी पत्नी होठों पर
एक चुम्बन लेती
और एक नदी
हिलोरे मारने लगती
मेरे भीतर

मां बहन और पत्नी
एक स्त्री के कई रूप
और एक नदी के 
कई प्रतिरूप!
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जड....

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