मधु कांकरिया

हर रंग में ढाका

बिना फेलोशिप के वह अपने खर्च उठाने में असमर्थ था। उसे यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से भी निकाल दिया गया। कुछ दिन अपने चार साथियों के साथ वह कैंपस में ही तंबू तानकर रहा, कुछ दिन उसने भूख हड़ताल भी की, लेकिन फिर एक दिन हौंसलों की डोर चटक गई। और ख्वाबों से खाली उस नवयुवक ने आत्महत्या कर ली।
और अब नजीब अहमद!
नजीब अहमद जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली में एमएससी, बायोटेक का प्र....

Subscribe Now

पाखी वीडियो


दि संडे पोस्ट

पूछताछ करें