वाग्दत्ता
लंपट मंडल
आत्महंता की डायरी
घास
एमएमएस उर्फ माया मीडिया संगम
मेरे अलकों के लिए अमलतास
अमिता नीरव
हंसा दीप
संजय कुमार सिंह
कंचन वर्मा
रजनी गुप्त
संजीव श्रीवास्तव
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हिन्दी साहित्य की पत्रिकाओं की भीड़ में अलग पहचान बनाने वाली 'पाखी' का प्रकाशन सितंबर, 2008 से नियमित जारी है।