- विभा रानी

साहित्य की ‘बड़ी बिंदी’


रचनाकार से पहले आप रचनाओं से अवगत होते जाते हैं। सूर्यबाला से भी मेरा परिचय उनकी रचनाओं के माध्यम से पहले हुआ। तब मैं दिल्ली में रहती थी। ‘साप्ताहिक हिंदुस्तान’ और ‘दैनिक हिंदुस्तान’ के लिए लिऽती और पुस्तकों की समीक्षा करती थी। पुस्तकों की समीक्षा मेरा प्रिय विषय था। इससे कई फायदे होते थे। पहला तो यह कि मुझे किताबें पढ़ने को मिल जाती थीं। दूसरा यह कि किताबें म....

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