दुनिया की सबसे उम्रदराज़ कविता
सिखाती है दुनियादारी को क़रीब से देखना
दुनिया की सबसे उम्रदराज़ कविता
बताती है समाज का वास्तविक आईना
उसे डर नहीं होता शासक का
और न ही घूसखोर अफ़सर और मंत्रियों का
उसे विचलित नहीं कर सकती बंदूकों की दनादन
प्रलोभन की चाह से इतर देखती है उम्रदराज़ कविता
सत्ताएँ उस कविता को काट नहीं सकती
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