शोषण और दमन के विविध रूपों को उजागर करती कहानियां
क्षीण होते सामाजिक मूल्यों की गहन पड़ताल
दीपक गिरकर
वेद प्रकाश सिंह
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हिन्दी साहित्य की पत्रिकाओं की भीड़ में अलग पहचान बनाने वाली 'पाखी' का प्रकाशन सितंबर, 2008 से नियमित जारी है।