उत्कृष्ट पुस्तकें सुख-दुख में कुशल संगतकार होती हैं। जिल्द में दुबके हर्फ जिंदा रहने के साथी होते हैं। तमामतर विधाओं के कोलाज का नाम ‘साहित्य’ है। साहित्य के वृहत्तर लचीले प्रांगण में आलोचना की उपस्थिति ठोस की है। सुविदित है कि आलोचना! कृति, कीर्तिगान की वनिस्पत देशकाल, परिस्थिति व परिवेश के कालक्रम का सम्यक् मूल्यांकन की गूढ़ विधा है। जहां द्वंद्वात्मक परिदृश्य....
