हाल ही में ‘नई धारा’ पत्रिका द्वारा संचालित रेजीडेंसी कार्यक्रम के अंतर्गत दो कवियों वरिष्ठ कवि कृष्ण कल्पित और युवा कवयित्री शिवांगी गोयल को आमंत्रित किया गया था। रेजीडेंसी के दौरान कथित रूप से उत्पन्न एक घटनाक्रम ने हिंदी साहित्यिक समुदाय में एक तीव्र बहस और असहजता का वातावरण उत्पन्न कर दिया है। शिवांगी गोयल द्वारा फेसबुक पर सार्वजनिक रूप से दर्ज की गई आपबीत....
