यथार्थपरक और संवेदना से भरपूर कविताएं

करीब 58 बसंत देख चुके कवि राजेंद्र उपाध्याय का यह आठवां कविता संग्रह है। और वैसे भी इनकी कविताएं राष्ट्रीय समाचार, पत्र-पत्रिकाओं में अक्सर प्रकाशित होती रहती हैं। ‘मनोरंजक प्रलय’ की कविताओं में कहीं स्मृतियों की झलक है, कहीं प्रकृति की व्याकुलता, कहीं विसंगतियों से भरे हमारे इस दौर को बेनकाब करने की कोशिश है तो कहीं वियोग की उदासी भरी स्मृति। संग्रह में 66 कविताएं स....

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