बादलों को आईना समझो’ युवा कवि विनम्र सेन सिंह का पहला कविता संग्रह है। यह कविता संग्रह विविधताओं से भरा हुआ है। इसमें भाषा, शिल्प एवं संवेदना तीनों स्तरों पर विविधताएं देखी जा सकती हैं। इस संग्रह में कुल इक्यावन गीत, पचास मुद्रक एवं पंद्रह कविताएं संगृहीत हैं। इन कविताओं से भूमंडलीकरण के बाद आए बदलावों को सहज ही महसूस किया जा सकता है। इनकी कविताओं से देश की मिट्टी की ....
