दिनकर सम्मान से सम्मानित ग़ज़लगो अनिरुद्ध सिन्हा की सद्य प्रकाशित पुस्तक ‘हिंदी ग़ज़ल का परिदृश्य’ इन दिनों खूब चर्चा में है।
2 मई 1957 को मुंगेर में जन्मे श्री अनिरुद्ध सिन्हा का नाम आज समकालीन हिंदी ग़ज़ल की दुनिया का सुपरिचित नाम है। हिंदी ग़ज़ल-लेखन के साथ-साथ ग़ज़ल-आलोचना में भी इन्होंने अपना लोहा मनवाया है। इनकी ग़ज़लें विद्रूपताओं और विडंबनाओं पर कठोर प्रहार करती है....
