आत्म-स्वीकृतियां आकांक्षाओं-अपेक्षाओं के कारण झूठी और कुंठित बन पड़ी ज़िंदगी को संवार कर व्यक्ति को आहत और क्षुब्ध होने की स्थिति से निकालती हैं। जैसे जीवनगत अंतर्विरोधों का प्रभाव हमारी ज़िंदगियों पर पड़ता है उसी तरह आत्म-स्वीकृतियों का भी प्रभाव हमारी रचनाशीलता पर पड़ता है, और ऑस्कर वाइल्ड आत्म-स्वीकृतियों के कारण ही हमेशा आधुन....
