‘‘बेटा तुम्हारा परिणाम क्या रहा? मैंने सुना है कि आज के अखबार में एचसीएस का परिणाम है है।’’ महेन्द्र के पिताजी ने उससे उत्सुकतापूर्वक पूछा।
‘‘हां, पिताजी परिणाम आ गया लेकिन मेरा चयन नहीं हुआ। शायद मेरी किस्मत ही खराब है तभी तो हर साल साक्षात्कार में असफल हो जाता हूं।’’ महेन्द्र ने मायूस होते हुए जवाब दिया।
‘‘बेटे, हर इन्सान को अपने कर्मों का फल अवश....
