गमले में आदमी
जड़ें धरती से जोड़ने की इच्छा,
आकाश छूने की इच्छा,
बाहें फैलाने की इच्छा
और हवा के साथ गाने की इच्छा,
इस तरह से जन्म लेता है
एक पेड़, एक फूल और फल।
यूं तो धरती कम न थी,
पहाड़ भी थे,
नदी और तालाब भी थे
लेकिन हमने एक संस्कृति का विकास किया-
गमलों में फूल खिलाने की,
गमलों में पेड़ लगाने की
और उसे घर के किसी कोने में ....
