‘‘सुना है, आपकी नई किताब आ रही है!’’
‘‘सही सुना है।’’
‘‘कहानियों की किताब या उपन्यास?’’
‘‘मेरे चुनिंदा आलेखों का संग्रह है।’’
‘‘किस विषय पर?’’
‘‘हमें डिजिटल स्लैब बनाकर उसका बाजारीकरण किये जाने का जो ग्लोबल षड्यंत्र है---
‘‘---मतलब बाजार के प्रतिरोध में?’’
‘‘शत-प्रतिशत!’’
‘‘किस प्रकाशन से?’’
‘&lsqu....
