विभाजन
जमीन पर खींची
एक विभाजक रेखा का
नाम नहीं है
सीमा।
छोटे छोटे मतभेद
मनभेद बन जाते हैं
सद्भाव के पुल
मतलब की गरजती लहरों में
ढह जाते हैं
अलगाव का एक अंकुर
पनपने लगता है
आशंकाओं की घनी झडि़यों में
सबसे पहले
मन में ही खिंचती है दीवार
मस्तिष्क
जुटा लेता ह....
