आज मौसम का मिजाज अजीब हो रहा है। कभी तो आकाश काले बादलों से ढक जाता। अचानक से मोटी-मोटी बूंदें बरसने लगतीं तो कभी चटख धूप निकल आती। सिर्फ धरती भिगोने वाली बूंदा-बांदी से कच्चे रास्ते और मैदान में कादो और फिसलन हो रहा है। वहीं तेज धूप से माटी भाप छोड़ने लगती है। ऊमस ने गर्मी बढ़ा दी है। हवा में मिट्टी और पसीने की महक इस तरह से घुल गई है कि, दोनों को अलग करना मुश्किल ....
