अनूप सेठी

अपने-अपने पिता

अंधेरे में पिता की आवाज कई वजहों से महत्वपूर्ण कविता संकलन है। यह केवल हिंदी कवियों को प्रस्तुत नहीं करता है, बल्कि एक तरह से भारतीय कवियों को एक जगह महसूस करने का अवसर प्रदान करता है। इसमें अंग्रेजी, असमिया, उर्दू, ओड़िया, कन्नड़, कोंकणी, गुजराती, डोगरी, तमिल, तेलुगु, नेपाली, पंजाबी, बांगला, मणिपुरी, मराठी, मलयाली, मैथिली, राजस्थानी, संस्कृत, सिंधी और बज्जिका के कवि शामिल हैं।....

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