लेकिन शायद उन्हें पहले ही मंजिल मिल गई। इधर अखबार अगर चल रहा था तो बस विल्सन प्रसाद और जनरल मैनेजर की बदौलत। और कर्मचारी अखबार निकाल रहे थे इस भरोसे कि दूसरी नौकरी मिलेगी कहां और कभी तो पैसे मिलेंगे!
इसी बाबत आज दफ्रतर में विल्सन प्रसाद और जनरल मैनेजर मिस्टर दीनाकरण के साथ एचआर हेड राज रस्तोगी की बैठक थी। फैसला हुआ ‘मार्केटिंग टीम की हिस्सेदारी बढ़ाई जाए, मसलन तीस ....
