कहानियों का संबंध जन्म के साथ ही आरंभ हो जाता है। बाल्यकाल से ही कहानियों के प्रति एक जिज्ञासा उपजती है जो मृत्युपर्यंत बनी रहती है। कहानियों में जीवन का आधार होता है यही कारण है वे मनुष्य जीवन का आवश्यक अंग बनकर उपस्थित होती हैं जिनसे मुख नहीं मोड़ा जा सकता। जब कहानियां जीवन का आवश्यक अंग होती हैं तो उन्हें कहने वालों की भी लंबी फेहरिस्त होती है। इसी फेहरिस्त में एक नाम....
