पिता
वाबन बरस पुराने पिता
दिनों-दिन नए लगते हो
कितने रहस्यों को अपने अंदर दबाए हो
जिसे ढकने की नाकाम कोशिश करते हुए
तुम्हारे सीने के उलझे हुए बाल मुरझा गए
और वे बेकली
तुम्हारी दाढ़ी में सफेदी बनकर ठहर गई है
तुम्हारे बाल काले से सफेद हो गए
तुम लंबे थे, थोड़े और लंबे हुए
तुम कठोर थे, लेकिन अकेले नहीं
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