आदित्य ने आदतन कैमरा पैसेंजर सीट पर रखा और कार, गेट से बाहर निकाल कर बांसुरी का इंतजार करने लगा। बांसुरी ने कार का दरवाजा खोला और गुस्से से आदित्य की तरफ देखने लगी। आदित्य ने हंसकर कैमरा उठाकर पीछे की सीट पर रख दिया और बोला, ‘अब क्या करूं, इतने दिनों तक इसी का साथ था न, आदत इतनी जल्दी नहीं जाती।’
बांसुरी अपना झोला गोद में लेकर बैठ गई और बोली, ‘हम लड़कियां क....
