अरुण शीतांश

 अरुण शीतांश की तीन कविताएं

मृत्यु के बाद प्रेम गान 

यह असह्य है 
फूल को मसलना
किसी युवा का अचानक चले जाना
उसकी पत्नी का दहाड़ मारकर रोने की आवाज सुनना
दोनों प्रेमी का बिछुड़ना

और ज्यादा कष्टकारी है
उसके पुत्र को देखते रहना
उसके बच्चे को स्पर्श करना, प्यार करना आंसू संग

वह इस दुनिया में नहीं है
यह सच है

म....

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