मुंबई
ये मुंबई शहर
तनहाइयों का शहर है
यहां रोज ट्रेनों से, बसों से
उतरते हैं
सपने
और उतरते ही
दौड़ पड़ते हैं वे
लड़खड़ाते हुए को
संभालने की फुरसत नहीं
है किसी को
बस भागने लगते हैं
अनजान मंजिल की तरफ
यहीं से साथ हो लेती है
तन्हाई
Subscribe Now
