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मुझे मुवाफ़ कीजिएगा कुछ अप्रिय प्रश्नों को उठाने, उन पर अपने विचार रखने के लिए। मुवाफ़ी मांगना, वह भी पेशगी बतौर आज के समय की सबसे बड़ी समझदारी कही जा सकती है। आज के समय से मेरा आशय जुमलेबाजी के इस दौर से है जिसमें क्या आम, क्या खास, क्या मूढ़, क्या ज्ञानी सभी बहे जा रहे हैं। हमारे समाज, हमारे देश की वर्तमान स्थितियां नाना प्रकार की चुनौतियां सामने ला रही हैं। अफसोस इन चुनौतिय....
