- श्रेणियाँ
- मतभेद
- संपादकीय
- धरोहर
- कहानी
- कविता
- पत्र
- रचनाकार
- पाखी परिचय
- पिछले अंक
- संपर्क करें
परमा के एक्सिडेंट की खबर मीना तक पहुंची तब वह सर से पांव तक लाल कपड़ों में सजी, बड़ी-सी बिंदी और ढेर सारा सिंदूर माथे पर लगाए, पफर्श पर बैठी पांवों की उंगलियों में नेल पॉलिश लगा रही थी। परमा के खुद से दूर हो जाने से उगी बेचैनी और हताशा इन दिनों वह साज-सज्जा से ढक रही थी। एक्सिडेंट की खबर सुनते ही वह दुपट्टे से सर-मुंह ढकती हड़बड़ाती हुई उठ खड़ी हुई। नेल पॉलिश की खुली शीशी प....
