पिछले करीब तीस सालों से देश की राजनीति पर हिंदुत्व और जातीय ध्रुवीकरण की राजनीति हावी है।हिंदुत्व के नाम पर हिंदू वोट बैंक और सामाजिक न्याय के नाम पर पिछड़ी और दलित जातियों की गोलबंदी की जो राजनीति भारतीय जनता पार्टी और मंडलवादी व बहुजनवादी शक्तियों ने शुरु की है उससे सबसे ज्यादा संकट कांग्रेस के सामने पैदा हुआ है।1947 से लेकर 1989 तक सिर्फ 1977-79 के एक छोटे कालखंड को छोड़कर दे....
