सुरेश कुमार

हदबंदी के विरुद्ध

 

किसी भी स्त्री लेखिका का उपन्यास पढ़ते हुए सबसे पहले इस बात पर ध्यान जाता है कि क्या लेखिका ने स्त्री मन की वे सारी बातें पात्रों के जरिए कही हैं जिन पर पुरुषवादी सत्ता ने पाबंदी लगा रखी है। देखा जाए तो इस कसौटी पर वरिष्ठ लेखिका और पत्रकार प्रितपाल कौर का उपन्यास ट्टराहबाज’ एकदम सटीक उतरता है। प्रितपाल कौर पितृसत्ता की परवाह न करते हुए बड़े साहस और जोखिम के साथ स्त्री मन क....

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