विनायकी को बातें शिकंजे की तरह लगने लगी हैं। ऐसा शिकंजा जिससे छूटना असंभव न हो कठिन होता है। अब तक निष्कर्ष की बातों ने शिकंजे में जकड़ रखा था। अब ब्रेकअप एक्सपर्ट की बातों ने जकड़ लिया है। निष्कर्ष की बातें उसे अपने भीतर मौजूद रहने वाली उस अच्छी लड़की को ढूंढ़ने नहीं दे रही थी जो ठीक वक्त पर दफ्रतर पहुंचती और चुस्त काम के लिए सराही जाती थी। अब ब्रेेकअप एक्सपर्ट बता रहे ह....
