बाबा जिंदा शाह की मजार
यहीं थे पुराने इमली के पेड़
छायादार---कतारबद्ध
सड़क के उत्तर किनारे गांव की तरफ
जिनकी शाखें कभी हुआ करती थीं शरण्य
हजारों बगुलों और कबूतरों की
प्रवासी पक्षियों की
अब जाने वे कहां होंगे---
जरूर ढूंढ लिए होंगे
अपना नया बसेरा
इन्हीं छायादार इमली के पेड़ों के नीचे लग....
