बात ई और उ की मात्रा की नहीं है बात है इस बहाने उन्हें डराने की कभी कभी धमकाने की नीचा दिखाने की हीनताबोध के नदी में ड
पूरा पढ़ेपिता का उगाया गेहूँ धान मक्का बाजरा या कपास मेरा जीवन नहीं बदल सका
पूरा पढ़ेअब तो पतझड़ के बाद की नंगी शाखाओं पर नए पत्ते आ चुके हैं और प्रकृति भी अपने
पूरा पढ़ेबहुत मुश्किल है कलम की ताकत को नकारना बहुत मुश्किल है विचारों को दफन करना मुश्किल है कलम को तोड़ना एक तोड़ो हजारों
पूरा पढ़ेजिन्हें प्यार करती हूं उन्हें उपहार भेजना चाहती हूं
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