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पूरा पढ़ेवैधानिक चेतावनी : भावुकता विकास के लिए हानिकारक और मौजूदा दौर में असभ्यता है। गुजारिश है कि इसे वे नहीं पढ़े जो उदा
पूरा पढ़े-यह सम्पादकीय ‘पाखी’ के अक्टूबर 2010, के अंक से लिया गया है
पूरा पढ़े-यह सम्पादकीय ‘भवन्ति’ के मई-जून 2019, के अंक से लिया गया है
पूरा पढ़े-यह सम्पादकीय ‘पाखी’ के फ़रवरी-2018 अंक से लिया गया है
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