अपूर्व जोशी

मुर्दा समाज से फूटी जिंदा कविता

क्या आपने पारुल खक्कर का नाम सुना है? शायद कुछ ने इन दिनों उनका नाम सुना हो। शायद! संभावना इस बात की ज्यादा है कि अधिकांश उनके नाम से पूरी तरह अपरिचित हों। ऐसा होना स्वाभाविक भी है क्योंकि वे एक छोटी-मोटी गुजराती कवयित्री हैं। अधिकांश उन्हें गुजरात में एक धार्मिक कविता कहने वाली कवयित्री या भजन गायिका के रूप में जानते हैं। यानि वे व्यवस्था विरोधी नहीं। विशुद्ध रूप से कव....

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