धीरे-धीरे माने मनवा
धीरे-धीरे आप
दुनिया को समझते हैं
अचानक या अनायास
यह नहीं होता है
इसकी अपनी गति है
आप चाहें या ना चाहें
यह नियम आपसे मनवाता है
आप धीरे-धीरे
एकांत को पसंद करते हैं
धीरे-धीरे आप हर बात पर
प्रतिक्रिया करना छोड़ देते हैं
धीरे-धीरे आपके लिए
रिश्तों के मायने
बदल जाते हैं
आपके दोस्त कम
होते जाते ....