पंकज कुमार सिंह

पंकज कुमार सिंह की कविताएं

भगदड़

एक ने कहा 
चलो, वहां चलो
वहां भगवान है
दूसरे ने साथ पकड़ लिया 
फिर तीसरे और चौथे ने भी
भीड़ बढ़ गई

एक ने कहा देखो 
भगवान आगे खड़े हैं 
दूसरे ने नजदीक जाकर देखा
फिर तीसरे और चौथे ने भी

एक ने कहा 
वहां कोई भगवान नहीं है 

भागो, गिरगिट
दूसरे ने दौड़ना शुरू किया 
फिर तीसरे और चौथे ने भी 
भीड़ भागने लगी 

भीड़ ने भीड़ को कुचल दिया<....

Subscribe Now

पूछताछ करें