प्रतिष्ठित कथाकार-कवि-ग़ज़लकार-आलोचक डॉ- रामदरश मिश्र के लेखन से परिचय ‘धर्मयुग’ और ‘सारिका’ पत्रिकाओं के माध्यम से हुआ। बात तब की है जब किशोरावस्था की दहलीज पर था। जीवन-ज़मीन-जल से जुड़ी उनकी रचनाएं प्रभावित करती रही हैं। सरकारी कार्यों की व्यस्तता और अनिश्चितता के कारण-जहां छुट्टी स्वीकृत होने के बाद भी निरस्त हो जाना विस्मय की बात न हो-चाहकर भी उनस....