राजेंद्र राजन

वोट का टेंडर

गांव के बूढ़े, जर्जर और सदियों पुराने बरगद की छाया में पंचायत की वह पहली बैठक थी। सब गुमसुम। ग़मग़ीन। उदास। जैसे किसी सगे का दाह संस्कार कर लौटे हों। सबके मुंह लटके हुए थे। लकवा मार गय....

Subscribe Now

पूछताछ करें