पचास के दशक और उसके बाद के समय में मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदू राष्ट्रवाद। सत्तर-अस्सी के दशक में इसका रूप आक्रामक होता गया। अगर इसे चालीस के दशक से लिया जाए, तो राष्ट्रीय आंदोलन के सामानांतर हिंदू राष्ट्रवाद आक्रामक नहीं हो सका था। उस दशक और उसके कुछ बाद तक राष्ट्रीय आंदोलन के नेताओं को हिंदू राष्ट्रवादियों को लेकर आक्रामकता का भाव नहीं था। भारत छोड़ो आंदोलन का हिंदू ....