लेखक कोई धोबी नहीं होता जो हर किसी का दाग धोता फिरे
आलमशाह खान हमारे सआदत हसन मंटो हैं
पिछले दिनों हिंदी के महत्वपूर्ण कथाकार प्रो. आलमशाह खान की स्मृति में आयोजित एक समारोह में व्याख्यान देने के लिए उदयपुर जाना हुआ तब यह सवाल मन में कौंधा कि हमारे पुरोधा लेखकों की स्मृति और उनके लेखन को बचाए रखने का काम क्या उनकी याद में ब....