सूर्यावर्त
वहां बैठे-बैठे जब उसके होश तनिक लौटे, तो अपने कानों में पड़ रही चर्चा, कुछ-कुछ उसके पल्ले पड़ने लगी। उसने देखा, जिस आदमी ने उसे वहां बिठाया था, वह सोफे के पीछे खड़ा होकर फोन पर किसी से बातें करने लगा है। वह अपने किन्हीं लोगों को इस हवेली पर लौट आने के लिए आदेश दे रहा है। क्या वे लोग, जिन्हें अब हवेली पर लौटना है, विनायक को शहर में ढूंढने के लि....