ममता जयंत
ममता जयंत की पांच कविताà¤à¤‚
वे जो जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° हैं
इन दिनों अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² है
कि पानी का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ कड़वा है
या घà¥à¤² गया है संकà¥à¤°à¤®à¤£ का जहर
ये जिंदा कहानियों के नायकों के
कोप à¤à¤µà¤¨ में चले जाने के à....
Subscribe Now